🙏 जय जगदीश हरे 🙏



श्री जगदीश जी मंदिर : दैनिक दर्शन समय



श्री जगदीश का मेला


रथ यात्रा का आयोजन



जगदीश धाम, कैमरी गाँव (करौली, राजस्थान) में भगवान जगदीश जी के मंदिर के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाता है. यह एक वार्षिक लक्खी मेला होता है जो हर साल आषाढ़ की दूज के अवसर पर लगता है, जिसमें राजस्थान और अन्य राज्यों से हजारों श्रद्धालु पहुँचते हैं. इस मेले के दौरान किसान सम्मेलन का भी आयोजन होता है. यह मेला 3 दिन चलता है


होली :- इसमें पुरुष ऊंट की खाल से बनी डोलची में पानी भरकर एक-दूसरे पर फेंकते है इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को रंग और गुलाल लगाते हैं, उन्हें गले लगाते हैं और त्योहार मनाते हैं। यहाँ की कोडेमर होली और लट्ठमार होली को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है धूलेण्डी के दूसरे दिन द्वितीया को जगदीश चौक में खटाना परिवार के सात पीढ़ी के महिला पुरुष अलग अलग खंदों में भाभियों से होली खेलते है। जगदीश चौक का ये नजारा अद्भुत और मनोरम लगता है। इस क्षेत्र को पूरे राजस्थान में खास पहचान दिलाता है। शाम छह बजे झाँकी निकाली जाती है जिसे रंदूकड़ी कहते है.

कैमरी, करौली की होली ‘डोलची और कोड़े मार होली’ के रूप में प्रसिद्ध है, जहाँ देवर-भाभी के बीच यह अनोखा उत्सव मनाया जाता है. होली के दूसरे दिन, देवर पानी से भरी बाल्टी (डोलची) से भाभियों पर पानी डालते हैं, जिसके जवाब में भाभियाँ कोड़े बरसाती हैं. यह सदियों पुरानी परंपरा गुर्जर जाति के खटाना गोत्र के 12 गांवों द्वारा मनाई जाती है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग कैमरी गांव पहुँचते हैं.
कैमरी की होली की विशेषताएं:
डोलची और कोड़े मार होली:
इस होली में देवर और भाभी के बीच एक मज़ेदार खेल खेला जाता है.
बाल्टी और कोड़े का आदान-प्रदान:
देवर पानी से भरी बाल्टी (डोलची) से भाभियों पर पानी फेंकते हैं, और भाभियाँ उनका जवाब कोड़े बरसा कर देती हैं.
परंपरा और संस्कृति:
यह होली हंसी-मजाक, पारंपरिक गीतों और सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत उदाहरण पेश करती है.
गुर्जर समुदाय का योगदान:
यह परंपरा मुख्य रूप से गुर्जर जाति के खटाना गोत्र के 12 गांवों द्वारा मनाई जाती है.
स्थान:
यह उत्सव करौली जिले के जगदीश धाम कैमरी में होता है.
यह परंपरा क्यों मनाई जाती है?
इस परंपरा के पीछे कोई विशिष्ट ऐतिहासिक कारण नहीं बताया गया है, बल्कि यह गुर्जर समुदाय की संस्कृति और उत्सव मनाने का एक अनूठा तरीका है, जिसमें हास्य और उल्लास का अनूठा संगम देखने को मिलता है.
इस तरह, कैमरी, करौली की होली देवर-भाभी के बीच खेलने वाली यह पारंपरिक डोलची और कोड़े मार होली राजस्थान की एक अनूठी सांस्कृतिक धरोहर

नोट:

  • धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम (श्री जगदीश धाम मंदिर ट्रस्ट कमेटी द्वारा):
  • रसिया दंगल 🎶
  • लोकगीत 🎤
  • राम-रसिया 🙏
  • कीर्तन मंडलियाँ 🎼
  • संदेश:
  • श्रृंगारियों व श्रद्धालुओं को भक्ति मार्ग पर प्रेरित करना।
  • भोजन प्रसाद व्यवस्था:
  • सभी भक्तों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था।
  • मुख्य प्रसाद – खीर व पुआ 🍚🍮

पदाधिकारी सूची

अध्यक्ष : श्री घनश्याम खटाना (से.नि. उपनि.रे.सु.ब)
📞 7740010255

कोषाध्यक्ष : कैप्टन (से. नि.) शीशराम खटाना
📞 9832800917

उपाध्यक्ष : कैप्टन (से. नि.) राजाराम गुर्जर
📞 7023809303

सचिव : श्री रामविलास गुर्जर
📞 9649337896

सदस्यगण

  • श्री शीशराम खटाना, पुल की ढाणी
  • श्री मुरारी लाल नेता, बाड़ा बाजीदपुर
  • श्री दयाराम खटाना, जिन्दोंकापुरा
  • श्री कलुआ पटैल, तैसगाँव
  • श्री बनवारी पटेल, तैसगाँव
  • श्री पृथ्वी सिंह, खेड़ला
  • श्री सुबेदार हनुमान सहाय, बडागाँव
  • श्री हवलदार राजबहादुर, बडागाँव
  • श्री समय सिंह, पुल की ढाणी
  • श्री सीयाराम वकील, इब्राहिमपुर
  • श्री हंसराज सरपंच, जिन्दोंकापुरा
  • श्री कैप्टन नादान सिंह खटाना, बाड़ा बाजीदपुर
  • श्री चिरंजी लाल गुर्जर, रलावता
  • श्री रामदयाल पटेल, रलावता
  • श्री रूप सिंह सैनी, कैमरी
  • श्री सुबे साहब सिंह गुर्जर, महतेकापुरा
  • श्री गोविन्द प्रसाद शर्मा, कैमरी
  • श्री जय सिंह अध्यापक, जिन्दोंकापुरा
  • श्री प्यार सिंह गुर्जर, खिन्याकापुरा
  • श्री दयाराम वकील, बालाखेड़ा
  • श्री भूर सिंह गुर्जर, डूगांपुरा
  • श्री साहब सिंह, बाढ़ कैमरी
  • श्री राम हरि पू.स., चंदवाड़
  • श्री हवलदार गोविन्द सिंह, बाढ़ कैमरी
  • श्री भंवर सिंह, मेढेकापुरा
  • श्री भगवान सिंह, भैरोंजी की ढ़ाणी
  • श्री सुगर सिंह, ककड़ा
  • श्री हरसहाय, खेड़ली
  • श्री ज्ञान सिंह, काला डबरा
  • श्री रामस्वरूप गुर्जर, बीलई
  • श्री गोपाल प्रसाद शर्मा, तेसगाँव
  • श्री कैलाश प्रसाद शर्मा, तेसगाँव
  • श्री रामदयाल ठेकेदार, खेड़ली
  • श्री भूर सिंह, बड़ी धमाड़ी
  • श्री शेर सिंह, इब्राहिमपुर